{"vars":{"id": "105548:4568"}}

Success Story: बचपन में उठ गया था मां-बाप का साया, 3 फीट का ये शख्स बना अधिकारी, आज लोग करते हैं सलाम
 

सोनू की माता का कैंसर से निधन तभी हो गया था जब सोनू सिर्फ 17 साल के थे. जबकि सोनू के पिता कि मृत्यु और पहले हो गई थी. लेकिन इन विषम परीस्थियों में भी हिम्मत नहीं हारी और मुकाम की तरफ लगातार बढ़ते रहे.

 

Meri Kahani, New Delhi  इंसान का कद उसकी लम्बाई से नहीं बल्कि उसकी काबिलियत में होता है. ग्राम विकास अधिकारी के रूप में चयनित होने वाले सोनू ने इसे कर दिखाया है. सोनू के माता-पिता कम उम्र में उन्हें छोड़कर चले गए, लेकिन उन्होंने अपना संघर्ष जारी रखा.

आज के इस आर्टिकल में हम पढ़ेंगे 3 फीट के सोनू सेन की सक्सेस स्टोरी जो ग्राम विकास अधिकारी के पद पर अपनी सेवा दे रहे हैं.

कहते हैं बिना संकल्प लिये कुछ नहीं हो सकता है. जो भी व्यक्ति अपने लक्ष्य को साधते हुए मेहनत करता है उसे सफलता अवश्य प्राप्त होती है. 28 साल के सोनू सेन ने भी यही कर दिखाया है और आज उनकी सफलता की कहानी हर कोई कह रहा है.

सोनू की परवरिश में उनके मामा और मामी का भी बहुत बड़ा रोल है जिन्होंने कठिन समय में सोनू को सही परवरिश दी.

17 साल की उम्र में माता पिता का हो गया था निधन

सोनू की माता का कैंसर से निधन तभी हो गया था जब सोनू सिर्फ 17 साल के थे. जबकि सोनू के पिता कि मृत्यु और पहले हो गई थी. लेकिन इन विषम परीस्थियों में भी हिम्मत नहीं हारी और मुकाम की तरफ लगातार बढ़ते रहे.

सरकारी नौकरी पाने के लिए सोनू प्रतिदिन 8 घंटे पढ़ाई करते थे. युवाओं को संदेश देते हुए सोनू कहते हैं कि संघर्ष करने पर सफलता जरूर मिलेगी. अपनी मंजिल पाने के लिए जिंदगी में कभी हार नहीं माननी चाहिए.

कॉलेज टॉपर रहे हैं सोनू सेन

सोनू की स्कूली पढ़ाई के दौरान 11वीं में ही माता पिता का निधन हो चुका था. ऐसे में कुछ दिन दूसरों की दुकान में काम करना पड़ा. हालांकि मामा – मामी का सहयोग मिलने के बाद सोनू ने कॉलेज में टॉप किया. सोनू का सपना है कि वो आरएस बनें.