यूपी में बनने जा रहे हैं बड़े हवाई जहाज, जानिए पूरी जानकारी

Meri Kahania, New Delhi: यहां विमान के स्पेयर पार्ट्स के साथ-साथ इसकी असेंबली और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट भी स्थापित की जाएंगी। इसके लिए भारतीय कंपनियों के साथ-साथ अमेरिका समेत कई विदेशी कंपनियां भी अपनी इकाइयां स्थापित करने को उत्सुक हैं।
एविएशन मैन्युफैक्चरिंग हब बनने से यहां न सिर्फ भारत बल्कि दूसरे देशों के विमानों की भी मरम्मत हो सकेगी। अभी तक भारत को अपने विमानों की मरम्मत दूसरे देशों में करानी पड़ती है।
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एविएशन मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री विकसित करने के लिए लेआउट बनाने का काम PwC को सौंप दिया गया है. लेआउट बनते ही नेल बोर्ड की बैठक बुलाकर योजना लाने पर निर्णय लिया जायेगा.
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के सीईओ अरुणवीर सिंह ने कहा कि नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के दूसरे चरण में 1,365 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है।
इसे मेंटेनेंस रिपेयर एंड ओवरहाल (एमआरओ) और एविएशन हब के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि NAIL ने एविएशन हब बनाने का निर्णय लिया है.
एक हजार एकड़ के एविएशन पार्क में 5-5 एकड़ की इकाइयां स्थापित की जाएंगी, जबकि एंकर यूनिट के लिए कुछ बड़े आकार की जमीन उपलब्ध कराई जाएगी।
इसके लिए जल्द ही एविएशन मैन्युफैक्चरिंग स्कीम लाई जाएगी, जिसमें हवाई जहाज असेंबली, इंजन, नोजल और अन्य उपकरण बनाने वाली कंपनियां अपनी इकाइयां स्थापित करेंगी। अमेरिकी दूतावास के जरिए कई कंपनियों से बात की गई है.
अरुणवीर सिंह ने कहा कि यूपी कैबिनेट ने हाल ही में एफडीआई पॉलिसी जारी की है. इसके तहत विदेशी कंपनियों को 75 फीसदी जमीन सब्सिडी दी जाएगी.
100 करोड़ रुपये तक की पूंजीगत सब्सिडी, 10 वर्षों के लिए 100 प्रतिशत राज्य जीएसटी रिफंड, लोगों के प्रशिक्षण और कौशल उन्नयन के लिए सरकार सात वर्षों के लिए 500 लोगों को 5,000 रुपये देगी। बाहरी देशों से उपकरण लाने पर कस्टम छूट मिलेगी.