Chanakya Niti : हर इंसान में होने चाहिए गधे के ये गुण, जीवन में हमेशा मिलेगी सफलता

Meri Kahani, New Delhi: आचार्य चाणक्य विद्वान होने के साथ ही महान शिक्षक भी थे, उनके द्वारा बताई गई नीतियों को अपनाकर जीवन में सफलता पाई जा सकती है. आचार्य चाणक्य ने विश्वप्रसिद्ध तक्षशिला विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण की थी.
चाणक्य नीति में पैसा, सेहत, बिजनेस, दांपत्य जीवन, समाज और जीवन में सफलता, सुख और दुख से जुड़ी चीजों के बारे में जानकारी दी गई है. अगर कोई भी व्यक्ति इन बातों को अपने जीवन में अपना ले, तो वह सफतला के नए मुकाम हासिल कर सकता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार धरती पर जन्म लेने वाले हर इंसान में भगवान का अंश होता है. अगर आप जीवन में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो इन सभी से कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए. आचार्य चाणक्य ने श्लोक के माध्यम से गधे के उन 3 गुणों के बारे में बताया है, जिन्हें अपनाकर व्यक्ति को सफलता मिल सकती है.
सुश्रान्तोऽपि वहेद् भारं शीतोष्णं न पश्यति ।
सन्तुष्टश्चरतो नित्यं त्रीणि शिक्षेच्च गर्दभात् ।।
आचार्य चाणक्य ने अपने श्लोक के माध्यम से बताया है कि गधा बहुत थकने के बाद भी बोझ उठाता है. वो सर्दी, गर्मी सारे मौसम में काम करता है और संतुष्ट होकर घूमता है. व्यक्ति को जीवन में सफलता के लिए इन तीनों गुणों को अपनाना चाहिए.
आलस्य न करें
आचार्य चाणक्य के अनुसार गधा थकने के बाद भी बोझ उठाना नहीं छोड़ता है, ठीक उसी प्रकार व्यक्ति को भी जीवन में सफतला पाने के लिए बिना थके काम करते रहना चाहिए. जो व्यक्ति आलस की वजह से अपना काम पूरा नहीं करते वो जीवन में कभी भी सफल नहीं हो पाते.
मौसम के अनुसार खुद को ढालना
गधा हर मौसम में काम करता है, ठीक उसी प्रकार व्यक्ति को भी ठंडी, गर्मी को भूलकर अपने काम पर ध्यान देना चाहिए. कॉम्पटीशन के दौर में जो लोग बहाना बनाकर अपना काम पूरा नहीं करते वो पीछे रह जाते हैं.
संतुष्ट रहना
सफलता का सबसे बड़ा राज है संतुष्ट रहना. आप हमेशा आगे बढने के लिए मेहनत करते रहें, लेकिन उसके साथ आपके पास जो है उससे संतुष्ट भी रहें. दूसरों को देखकर या उस जैसा बनने की कोशिश में आप अपनी खुशियों को खत्म कर सकते हैं.