Ethanol: ये शराब शरीर के अंगों को करती है Damage, भूलकर भी ना करें सेवन

Meri Kahania, New Delhi: शराब को यूं ही समाजिक बुराई नहीं कहा जाता है,सदियों से ये इंसान का दुश्मन है. इससे सेहत के साथ-साथ परिवार और रिश्ते भी बर्बाद हो सकते हैं. शराब कई तरह के हो सकते हैं जिसमें इथाइल अल्कोहल (Ethyl Alcohol) या इथनोक (ethanol) को मदिरा के रूप में पिया जाता है.
अन्य को मिथाइल अल्कोहल (Methyl alcohol), प्रोपाइल अल्कोहल (Propyl alcohol) और ब्यूटाइल अल्कोहल (Butyl Alcohol) कहा जाता है.जो लोग इसे पीते उनकी सेहत बिगड़ना तय है, भले ही कितने भी छोटे पैग क्यों न लगाएं
क्या है इथेनॉल?
अल्कोहल, या इथेनॉल, बीयर, वाइन और शराब में पाया जाने वाला नशीला पदार्थ है. अल्कोहल का उत्पादन खमीर (yeast), शुगर (Sugar) और स्टार्च (Starch) के फर्मेंटेशन से होता है.
अंगूर जैसे फल, और जौ और गेहूं जैसे अनाज का उपयोग आमतौर पर वाइन, बीयर और शराब के लिए किया जाता है. अन्य पौधे, जैसे कैक्टस या गन्ना, का उपयोग भी शराब उत्पादन में किया जा सकता है.
खून में घुल जाती है शराब
अल्कोहल एक वोलेटाइल लिक्विड है जो पानी में आसानी से घुल जाता है. खासकर फैट से भरपूर भोजन से अल्कोहल (इथेनॉल) का अवशोषण कम हो जाता है. इसका एब्जॉर्बशन मुख्यतः आंत से होता है. शरीर के पानी में शराब फैल जाती है.
इससे ब्लड -अल्कोहल कंजंपशन (BAC) बढ़ जाता है. हालांकि बीएसी कितना होगा ये उस शख्स के बॉडी वेट और बॉडी फैट पर निर्भर करता है. अगर कम समय में ज्यादा शराब पिएंगे या फिर खाली पेट ऐसा करेंगे तो नुकसान की आशंका ज्यादा रहेगी.
इन अंगों को होता है नुकसान
अल्कोहल का सेवन सबसे पहले दिमाग (Brain), फिर किडनी (kidney), लंग्स (Lungs), लिवर (liver), हार्ट (Heart) और पैंक्रियाज (Pancreas) को कमजोर कर देता है या इन पर बुरा असर डालता है,
जिसकी वजह से लिवर डैमेज, किडनी डिजीज, पैंक्रियाज में परेशानी, नर्वस डैमेड, दिल की बीमारियां, कैंसर, डिप्रेशन, तनाव, एंग्जायटी और फैसला देने में दिक्कत जैसी समस्याएं आती है. इसके अलावा आपका बिहेवियर पूरी तरह चेंज हो जाता है.
शराब क्यों बन जाती है लत
जो इंसान बार-बार शराब पीता है उसे अल्कोहल को लेकर टॉलेरेंस बढ़ जाती है, इसलिए अलगी बार उतना ही नशा हासिल करने के लिए उसे ज्यादा मात्रा में लिकर पीने की जरूरत होती है. इससे वो इंसान शराब का आदी हो जाता है.
अगर उसे तलब लगने पर मदिरा नहीं परोसी गई तो उसे बेचैनी का सामना करना पड़ता है, यही कारण है शराबी आदमी के लिए शराब को छोड़ना आसान नहीं होता. इसलिए जरूरी है कि हम खुद भी शराब न पिएं और अपने करीबियों को भी ऐसा करने से रोकें.