IAS Salary: जानें IAS अफसर को मिलती है कितनी सैलरी? मिलती है ये सब सुविधाएं
आईएएस ऑफिसर बनने के लिए यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) देना जरूरी होता है. इसमें अभ्यर्थी की रैंक और वरीयता के आधार पर उन्हें आईएएस पोस्ट ऑफर की जाती है.

Meri Kahani, New Delhi युवाओं में सरकारी नौकरी को लेकर काफी क्रेज होता है. हर साल लाखों उम्मीदवार यूपीएससी जॉब्स की तैयारी करते हैं (UPSC Jobs).
ज्यादातर युवाओं में आईएएस, आईपीएस रैंक के अफसर बनने का क्रेज होता है. आईएएस ऑफिसर की पोस्ट काफी आदर-सम्मान और जिम्मेदारी वाली मानी जाती है.
आईएएस ऑफिसर बनने के लिए यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) देना जरूरी होता है. इसमें अभ्यर्थी की रैंक और वरीयता के आधार पर उन्हें आईएएस पोस्ट ऑफर की जाती है.
डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर यानी किसी जिले का डीएम काफी सम्मानित होता है. इनकी सैलरी व इन्हें मिलने वाली सुविधाएं भी अन्य अफसरों से ज्यादा होती हैं (District Collector Salary).
जिला कलेक्टर की जिम्मेदारियां-
जिला कलेक्टर को जिले की कई बड़ी जिम्मेदारियां सौंपी जाती हैं (District Collector Responsibilities). जानिए उनके बारे में:
1- रेवेन्यू कोर्ट की जिम्मेदारी
2- राहत एवं पुनर्वास के कार्यों की जिम्मेदारी
3- जिला बैंकर समन्वय समिति की अध्यक्षता करना
4- जिला योजना केंद्र की अध्यक्षता की जिम्मेदारी
5- भूमि अधिग्रहण में मध्यस्थ की भूमिका निभाना और भू राजस्व का संग्रह करना
6- लैंड रिकॉर्ड की व्यवस्था संभालना
7- कृषि ऋण का वितरण करना
8- एक्साइज ड्यूटी का कलेक्शन करना
कलेक्टर की एक महीने की सैलरी-
7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) के मुताबिक, IAS ऑफिसर को बेसिक सैलरी के तौर पर 56100 रुपये दिए जाते हैं. इसके अलावा उन्हें टीए, डीए और एचआरए (TA, DA and HRA) भी दिया जाता है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, IAS ऑफिसर को सभी भत्तों को मिलाकर शुरुआत में प्रति महीने 1 लाख रुपये से ज्यादा सैलरी दी जाती है.
7वें वेतन आयोग के अनुसार, जिला कलेक्टर को हर महीने लगभग 80 हजार रुपये सैलरी दी जाती है. हालांकि कैबिनेट सचिव की पद तक पहुंचते-पहुंचते उनकी सैलरी 2 लाख 50 हजार रुपये तक हो जाती है.