कारोबारी के घर में इनकम टैक्स ने मारा छापा, नोट गिनते-गिनते खराब हुई 10 मशीनें, 23 किलो से ज्यादा मिला सोना

Meri Kahani,New Delhi पिछले साल कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर पड़ी इनकम टैक्स रेड ने जमकार सुर्खियां बटोरी थीं। कारोबारी जैन के ठिकानों से इतना पैसा बरामद हुआ था
कि नोट गिनने वाली कई मशीनें तक खराब हो गई थी। छापेमारी 3 से 4 दिन तक चली थी। डेढ़ सौ करोड़ से अधिक नगद और 23 किलो विदेशी सोने की बरामदगी हुई थी,
जिसके बाद कारोबारी को जेल भी जाना पड़ा। अब इस मामले में कारोबारी पर पैनलिटी भी लगाई गई है। इत्र कारोबारी पीयूष जैन (Piyush Jain) का नाम जब मीडिया की सुर्खियों में आया तो लोग दंग रह गए थे।
इत्र कारोबारी के घर जब इनकम टैक्स रेड (Income Tax Raid) पड़ी थी, तो उसके ठिकानों से इतना पैसा बरामद हुआ था कि नोट गिनने वाली कई मशीनें तक खराब हो गई थी।
3 से 4 दिन तक चली इस छापेमारी में डेढ़ सौ करोड़ से अधिक नगद और 23 किलो विदेशी सोने की बरामदगी हुई थी, जिसके बाद कारोबारी को जेल भी जाना पड़ा। अब इस मामले में कारोबारी पर पैनलिटी भी लगाई गई है।
कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन जिनके कानपुर और कन्नौज के ठिकानों से 196 करोड़ रुपये नगद और 23 किलो सोना बरामद किया गया था।
इस मामले में इत्र कारोबारी पर व उनकी फर्म पर 30 -30 लाख की पेनल्टी लगाई गई है। 23 किलो विदेशी सोना बरामद किए जाने के मामले में डायरेक्टर आफ रिवेन्यू इंटेलिजेंस ने कार्रवाई की थी।
सीजेएम कोर्ट में यह जानकारी डीआरआई अधिकारियों ने दी। इस प्रकरण में जेल गए पीयूष जैन को 254 दिन के बाद जमानत मिली जिसके बाद उन्हें जेल से रिहा किया गया।
इस पूरे मामले में पीयूष जैन के खिलाफ जीएसटी कर अपवंचना डीजीजीआई व सोना तस्करी के लिए डीआरआई की ओर से दर्ज मामलों में सुनवाई हुई थी।
इसी मामले में अब विभाग के द्वारा कार्यवाही करते हुए पीयूष जैन और उनकी फर्म पर पैनलिटी लगाई गई है। इस पूरे मामले पर फर्म के प्रोपराइटर कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं
और डायरेक्टर ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस केस कार्रवाई के बाद से हड़कंप मचा हुआ है। बता दें, कानपुर में बीते साल इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर मिले खजाने ने सबको चौंका दिया था।
कानपुर के आनंदपुरी में पीयूष जैन के घर पड़े छापे में 180 करोड़ रुपये मिले थे। इन पैसों को गिनने में 36 घंटे से ज्यादा समय लगा और इस काम को 27 अधिकारियों ने अंजाम दिया था।
इतनी बड़ी मात्रा में कैश को गिनने के लिए 19 नोट गिनने वाली मशनें भी मंगवाई गईं। हालात ये थे कि पीयूष के घर अधिकारियों ने जहां भी नजर डाली वहीं से रुपये के बंडल निकलने लगे।