Inflation Update : घर बनाना अब पड़ सकता हैं महंगा, सीमेंट की कीमतों में हो रही हैं बढ़ोत्तरी

रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने बताया कि सीमेंट का मूल्य पिछले एक वर्ष में 390 रुपये प्रति बोरी पर पहुंच गया है। इसकी लागत 415 से 435 रुपये हो सकती है। ऊर्जा और ईंधन की खपत भी बढ़ी है। सड़कें सीमेंट का लगभग 50% ढोते हैं।
मूल्य 70-75 रुपये बढ़ा
क्रिसिल ने बताया कि वित्तवर्ष 2022–223 की पहली छमाही में सीमेंट की मांग में सालाना आधार पर 20% का इजाफा हुआ है। लेकिन दूसरी छमाही में बेमौसम बारिश से सीमेंट की मांग कम होने लगी, साथ ही बालू और कर्मचारियों की कमी होने लगी।
सीमेंट कंपनियों ने बताया कि पिछले दो से तीन महीने में सीमेंट बनाने की लागत 70-75 रुपये प्रति बोरी बढ़ गई है। ऐसे में सीमेंट को पहले के भाव पर बेचना अब मुश्किल हो रहा है।
घर बनाने की लागत 20% बढ़ी
मकानों में इस्तेमाल होने वाले छड़, ईंट और टाइल्स की कीमतें पहले से ही बढ़ गई हैं। इससे घर बनाने की लागत 15 से 20 प्रतिशत बढ़ी है। सीमेंट की कीमतें बढ़ने से लागत बढ़ जाएगी।
दिसंबर से अब तक लोहे की कीमत 20,000 रुपये प्रति टन बढ़ी है। मार्च 2022 से अप्रैल 2023 तक सीमेंट की कीमत लगभग 60% बढ़ गई है।
इसके अलावा, इस समय डीजल की कीमत 25 रुपये प्रति लीटर बढ़ी है। मार्च के मध्य से देश में डीजल की खुदरा कीमतों में चौबीस बार में 10 रुपये प्रति लीटर का इजाफा हुआ है।
सस्ते घरों की मांग और दूसरे-तीसरे स्तर के शहरों से इन्फ्रा की मांग के कारण सीमेंट की मांग आने वाले समय में 5 से 7 फीसदी पर स्थिर रह सकती है। निर्माण लागत बढ़ने से मांग भी प्रभावित होगी।