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मोदी सरकार बेच रही बेहद सस्ता आटा, कैसे मिलेगा, कितनी कीमत, जानें डिटेल

Bharat Atta: पिछले कुछ महीनों में केंद्र सरकार ने महंगाई से राहत देने के लिए कई अहम फैसले लिए हैं. ऐसे में सरकार ने सस्ती कीमतों पर आटा बेचना शुरू कर दिया है.
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मोदी सरकार बेच रही बेहद सस्ता आटा, कैसे मिलेगा, कितनी कीमत, जानें डिटेल 

Meri Kahania, New Delhi: सरकार भारत ब्रांड के तहत आटा बेचेगी. आइए जानते हैं आटे की कीमत क्या होगी और आप इसे कहां से खरीद पाएंगे।

कीमत क्या है
आटा 'भारत' ब्रांड के तहत 27.50 रुपये प्रति किलोग्राम की एमआरपी पर उपलब्ध होगा। फिलहाल ज्यादातर ब्रांडेड आटे की कीमत 40 रुपये प्रति किलो से ज्यादा है. इसमें भी अन्नपूर्णा ब्रांड के आटे की कीमत 60 रुपये प्रति किलो तक है.

इस लिहाज से देखा जाए तो प्रति किलो आटे पर ग्राहकों को 13 से 33 रुपये की बचत होगी.

आप कहां से खरीद सकते हैं?
आप 'भारत' ब्रांड का आटा केंद्रीय भंडार, NAFED और NCCF के सभी फिजिकल और मोबाइल आउटलेट से खरीद सकते हैं। इसके लिए सरकार देशभर में 800 मोबाइल वैन और 2,000 से ज्यादा दुकानों का इस्तेमाल करेगी.

सरकार इसे अन्य सहकारी/खुदरा दुकानों तक विस्तारित करेगी। इसका मतलब है कि आने वाले दिनों में आपको यह आटा आसानी से मिल सकेगा.

आपको बता दें कि फरवरी महीने में सरकार ने मूल्य स्थिरीकरण निधि योजना के तहत कुछ दुकानों में सहकारी समितियों के माध्यम से 29.50 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से 18,000 टन 'भारत आटा' की प्रायोगिक बिक्री की थी. अब इसकी औपचारिक शुरुआत कर दी गई है.

दालों की बिक्री तो हो ही रही है
भारत दाल (चना दाल) पहले से ही इन 3 एजेंसियों द्वारा अपने भौतिक और/या खुदरा दुकानों से 1 किलोग्राम पैक के लिए 60 रुपये प्रति किलोग्राम और 30 किलोग्राम पैक के लिए 55 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेची जा रही है।

प्याज भी 25 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है. अब 'भारत' आटे की बिक्री शुरू होने से उपभोक्ताओं को इन दुकानों से आटा, दाल के साथ-साथ प्याज भी उचित और सस्ती कीमत पर मिल सकता है।

खाद्य तेलों के दाम भी कम हुए
पिछले कुछ महीनों में सरकार ने घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों को नियंत्रित करने और कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं। उदाहरण के लिए, कच्चे पाम तेल, कच्चे सोयाबीन तेल और कच्चे सूरजमुखी तेल पर मूल शुल्क 2.5 प्रतिशत से घटाकर शून्य कर दिया गया। साथ ही इन तेलों पर कृषि उपकर 20 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया गया.

इस शुल्क संरचना को 31 मार्च, 2024 तक बढ़ा दिया गया है। इसी तरह, रिफाइंड सोयाबीन तेल और रिफाइंड सूरजमुखी तेल पर मूल शुल्क 32.5 प्रतिशत से घटाकर 17.5 प्रतिशत कर दिया गया और रिफाइंड पाम तेल पर मूल शुल्क 17.5 प्रतिशत से घटाकर 12.5 प्रतिशत कर दिया गया। इस शुल्क संरचना को 31 मार्च 2024 तक बढ़ा दिया गया है।

इसके अलावा सरकार ने उपलब्धता बनाए रखने के लिए रिफाइंड पाम तेल के खुले आयात को अगले आदेश तक बढ़ा दिया है. वहीं, रिफाइंड सूरजमुखी तेल और रिफाइंड सोयाबीन तेल पर आयात शुल्क 17.5 फीसदी से घटाकर 12.5 फीसदी कर दिया गया है.

मुफ्त अनाज देने की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले हफ्ते दुर्ग (छत्तीसगढ़) में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि उनकी सरकार की मुफ्त राशन योजना - प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) को अगले पांच साल के लिए बढ़ा दिया गया है।

इस घोषणा से करीब 80 करोड़ लोगों को फायदा होगा. कोविड महामारी के दौरान लगभग 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराने के लिए मुफ्त अनाज योजना शुरू की गई थी। तब से यह योजना निरंतर चली आ रही है।

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