Success Story: रोजाना 14 घंटे नौकरी के साथ की UPSC की तैयारी, पहले प्रयास में बनी IAS अफसर, पढ़ें सक्सेस स्टोरी
अक्षिता गुप्ता ने काम के साथ तैयारी के लिए मेडिसिन की किताबों से यूपीएससी के सिलेबस से संबंधित पन्ने फाड़ लिए थे. इसके बाद स्टेपल करके चैप्टर बना लिए. वह बताती हैं कि किताबों से पन्ने फाड़ना दर्दनाक तो था लेकिन पढ़ने के लिए यह करना ही था. इस ट्रिक से उन्हें काफी मदद मिली.

Meri Kahani, New Delhi चंडीगढ़ में जन्मी डॉ. अक्षिता गुप्ता के पिता पवन गुप्ता सीनियर सेकेंडरी स्कूल पंचकूला में प्रिंसिपल हैं. उनकी मां मीना गुप्ता एक गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में मैथमेटिक्स की लेक्चरर हैं.
अक्षिता गुप्ता आईएएस बनने से पहले एक हॉस्पिटल में डॉक्टर थीं. उन्होंने यूपीएससी की तैयारी अस्पताल में 14-14 घंटे की ड्यूटी के साथ की. उन्हें जब भी 15-15 मिनट का ब्रेक मिलता था तब पढ़ाई कर लिया करती थीं.
अक्षिता गुप्ता ने यूपीएससी सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा में वही ऑप्शनल सब्जेक्ट रखे थे जो मेडिकल से संबंधित थे. इसके चलते उन्हें तैयारी में काफी मदद मिली. उन्होंने सर्जरी और शरीर रचना जैसे टॉपिक्स को अच्छी तरह पढ़ा.
अक्षिता गुप्ता ने काम के साथ तैयारी के लिए मेडिसिन की किताबों से यूपीएससी के सिलेबस से संबंधित पन्ने फाड़ लिए थे. इसके बाद स्टेपल करके चैप्टर बना लिए. वह बताती हैं कि किताबों से पन्ने फाड़ना दर्दनाक तो था लेकिन पढ़ने के लिए यह करना ही था. इस ट्रिक से उन्हें काफी मदद मिली.
पंजाब कैडर की आईएएस अफसर अक्षिता गुप्ता ने साल 2020 में अपने पहले अटेम्प्ट में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा क्रैक कर ली. उनकी ऑल इंडिया 69 रैंक थी.
अक्षिता ने यूपीएससी की तैयारी एमबीबीएस के थर्ड ईयर में शुरू कर दी थी. उन्होंने स्मार्ट स्ट्रेटजी अपनाते हुए यूपीएससी मेन्स में ऑप्शनल के तौर पर मेडिकल साइंस सब्जेक्ट को रखा था.
आईएएस डॉ. अक्षिता गुप्ता सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं. उनका ट्विटर हैंडल @akshitaguptaIAS और इंस्टाग्राम हैंडल @14akshita है. ट्विटर पर उनके 18000 से अधिक और इंस्टाग्राम पर 23 हजार से अधिक फॉलोवर हैं. वह फोटोग्राफी भी पसंद करती हैं. इंस्टाग्राम पर उन्हें आईएएस रिया डाबी फॉलो करती हैं.